Sharabi Shayari

आती हैं जब भी हिचकियाँ अब,
शराब मैं पी लेता हूँ….
अब तो वो वहम भी छोड़ दिया है,
कि कोई मुझे भी याद करता है…..

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Aati hai jab bhi hichkiyan ab,
Sharaab main pee leta hoon,
Ab to wo weham bhi chhod diya hai,
Ki koi mujhe bhi yaad karta hai …!!

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जाम पे जाम पीने से क्या फायदा दोस्तों,
रात को पी हुयी शराब सुबह उतर जाएगी,
अरे पीना है तो दो बूंद बेवफा के पी के देख,
सारी उमर नशे में गुज़र जाएगी…..!!

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मैं तोड़ लेता अगर वो गुलाब होती!
मैं जवाब बनता अगर वो सवाल होती!
सब जानते हैं मैं नशा नहीं करता,
फिर भी पी लेता अगर वो शराब होती!!

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na karo sawaal tum is botal se saheb
ye to sabko ke gamu ko door karti hai
sabhi pite hai isko shauk se yahan par
ye kahan kisi ko majbor karti hai.!!

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Log Kehte Hain Piye Baitha Hun Main,
Khud Ko Madhosh Kiye Baitha Hun Main,
Jaan Baki Hai Toh Bhi Le Lijiye,
Dil Toh Pehle Hi Diye Baitha Hun Main.!!

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लोग कहते हैं पिये बैठा हूँ मैं,
खुद को मदहोश किये बैठा हूँ मैं,
जान बाकी है वो भी ले लीजिये,
दिल तो पहले ही दिये बैठा हूँ मैं।

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बैठे हैं दिल में ये अरमां जगाये,
के वो आज नजरों से अपनी पिलाये,
मजा तो तब ही आये पीने का यारो,
शराब हम पियें और नशा उनको हो जाए!!

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लोग कहते हैं पिये बैठा हूँ मैं
खुद को मदहोश किये बैठा हूँ मैं
जान बाकी है वो भी ले लीजिये
दिल तो पहले ही दिये बैठा हूँ मैं

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Sorry Shayari

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