Ishq Shayari

बहती हुई आँखों की रवानी में मरे हैं,
कुछ ख्वाब मेरे ऐन जवानी में मरे हैं,
इस इश्क ने आखिर हमें बरबाद किया है,
हम लोग इसी खौलते पानी में मरे हैं,
कब्रों में नहीं हमको किताबों में उतारो,
हम लोग मोहब्बत की कहानी में मरे हैं।

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इश्क़ ने हमे बेनाम कर दिया,
हर खुशी से हमे अंजान कर दिया,
हमने तो कभी नही चाहा की हमे
भी मोहब्बत हो,
लेकिन तुम्हारी एक नज़र ने
हमे नीलाम कर दिया…!!

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कितना प्यार है उनसे काश वो ये जान लें
वो ही है ज़िंदगी मेरी ये बात मान लें
उनको देने को नहीं कुछ पास हमारे
बस एक जान है हमारी जब चाहे मांग लें.!!

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इश्क़ वही है जो हो एकतरफा हो
इज़हार-ऐ-इश्क़ तो ख्वाहिश बन जाती है
है अगर मोहब्बत तो आँखों में पढ़ लो
ज़ुबान से इज़हार तो नुमाइश बन जाती है.!!

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इश्क़ लिखने को इश्क़ होना बहुत जरूरी है
जहर का स्वाद बिना पिए कोई कैसे बताएगा.!!

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दिल की हसरत मेरी जुबान पे आने लगी,
तूने देखा और ये ज़िन्दगी मुस्कुराने लगी,
ये इश्क़ की इन्तहा थी या दीवानगी मेरी,
हर सूरत में सूरत तेरी नजर आने लगी।

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Nazre Karam Mujh Par Itna Na Kar,
Ki Teri Mohabbat Ke Liye Baagi Ho Jaaun,
Mujhe Itna Na Pila Ishq-E-Jaam Ki,
Main Ishq Ke Jahar Ka Aadi Ho Jaaun.

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नज़रे करम मुझ पर इतना न कर,
की तेरी मोहब्बत के लिए बागी हो जाऊं,
मुझे इतना न पिला इश्क़-ए-जाम की,
मैं इश्क़ के जहर का आदि हो जाऊं।

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जब खामोश आँखों से बात होती है,
तो ऐसे ही मोहब्बत की शुरुआत होती है,
तेरे ही ख्यालों में खोये रहते हैं,
न जाने कब दिन और कब रात होती है।

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इश्क की बहुत सारी उधारियां है तुम पर.. !
चुकाने की बात करो तो कुछ किश्तें तय कर लें…?

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Khwab Shayari

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