Dushmani Shayari

दुश्मनी का सफ़र इक क़दम दो क़दम,
तुम भी थक जाओगे हम भी थक जाएँगे,
जो दिल के करीब थे वो जबसे दुश्मन हो गए,
जमाने में हुए चर्चे हम मशहूर हो गए!

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Jab Jaan Pyaari Thi Tab Dushman Hazaar The,
Ab Marne Ka Shauk Hai To Qatil Nahi Milte.

जब जान प्यारी थी तब दुश्मन हज़ार थे,
अब मरने का शौक है तो कातिल नहीं मिलते।

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चुभता तो बहुत कुछ मुझको भी हैं, तीर की तरह,
मगर खामोश रहता हूँ, अपनी तकदीर की तरह!!

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दुश्मनी का सफ़र इक क़दम दो क़दम,
तुम भी थक जाओगे हम भी थक जाएँगे,
जो दिल के करीब थे वो जबसे दुश्मन हो गए,
जमाने में हुए चर्चे हम मशहूर हो गए…!!

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Ek Bhi Mauka Na Do Jo Dost Hain Dushman Banen,
Dushmano Ko Laakh Mauke Do Tumhare Ho Saken.

एक भी मौका न दो जो दोस्त हैं दुश्मन बनें,
दुश्मनों को लाख मौके दो तुम्हारे हो सकें।

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तड़पते है नींद के लिए तो यही दुआ निकलती है,
बहुत बुरी है मोहबत, किसी दुश्मन को भी ना हो.!!

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Alone Shayari

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