घूंघट की आड़ से दिलबर का दीदार अधूरा रहता है,
जब तक ना पड़े आशिक की नजर, शृंगार अधूरा रहता है.
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Talab Aisi Ki Basa Lein Apni Saanso Mein Tujhe Hum,
Aur Kismat Aisi Ki Deedar Ke Bhi Mohataz Hain Hum.
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तलब ऐसी कि बसा लें अपनी साँसो में तुझे हम,
और किस्मत ऐसी कि दीदार के भी मोहताज हैं हम।
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एतबार कर दीदार में एहतियात नहीं होता,
ये बेहिसाब जज़्बा है इसमें हिसाब नहीं होता।
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Aitbaar Kar Deedar Mein Ehtiyaat Nahi Hota,
Ye BeHisaab Jazba Hai Isme Hisaab Nahi Hota.
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कुछ नज़र आता नहीं उसके तसव्वुर के सिवा,
हसरत-ए-दीदार ने आँखों को अंधा कर दिया।
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Kya Khoob Hoga Jis Din Tera Deedar Hoga,
Ek Aashiq Ke Liye Isse Bada Uphaar Kya Hoga.
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ना सवाल बनके मिला करो,
ना जवाब बनके मिला करो,
मेरी जिंदगी मेरा ख्वाब है,
मुझे ख्वाब बनके मिला करो…
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